महाप्रबंधक, पूर्व रेलवे श्री अरुन अरोरा ने मेट्रो रेलवे के महाप्रबंधक का अतिरिक्त कार्य प्रभार ग्रहण किया। वे IRSME 1984 बैच के टॉपर रहे हैं। 35 वर्षों के अपने लंबे विशिष्ट कैरियर के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारियों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया है जिसमें भारतीय रेल के सबसे बड़े क्षेत्रीय रेल उत्तर रेलवे में प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर और भारतीय रेल के सबसे बड़े मंडल,दिल्ली के मंडल रेल प्रबंधक के पद शामिल हैं। इसके अतिरिक्त कुछ अन्य विविध प्रमुख पद जैसे मुख्य रोलिंग स्टॉक इंजीनियर / परिचालन एवं फ्रेट/उत्तर रेलवे, मुख्य सतर्कता अधिकारी/ डीएफसीसीआईएल, निदेशक, यांत्रिक इंजीनियरी/ फ्रेट/ रेलवे बोर्ड, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी / उत्तर रेलवे एवं इस्पात और खनन मंत्रालय में उप सचिव के पद पर उनके योगदान महत्वपूर्ण रहा है।
श्री अरुन अरोरा IIT-दिल्ली, SCRA और क्वींसलैंड विश्वविद्यालय जैसे प्रमुख संस्थानों के छात्र रहे हैं। उन्होंने यांत्रिकऔर उत्पादन इंजीनियरी में स्नातक की डिग्री और क्वींसलैंड विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया से एमबीए की डिग्री हासिल की है। रेलवे के संचालन कार्यों में उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें दो बार राष्ट्रीय रेल पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है जो एक दुर्लभ सम्मान है और आमतौर पर यह पुरस्कार किसी भी रेल कर्मचारी के पूरे करियर के दौरान केवल एक बार ही प्रदान किया जाता है।
मंडल रेल प्रबंधक/दिल्ली के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने 2016 के दौरान दिल्ली और आगरा के बीच भारत की सबसे तेज पारंपरिक रेलगाड़ी गतिमान एक्सप्रेस (160 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति) की शुरुआत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर / उत्तर रेलवे के पद पर रहते हुए उन्होंने फरवरी, 2019 में नई दिल्ली और वाराणसी के बीच पहली वंदे भारत एक्सप्रेस और अक्टूबर 2019 में नई दिल्ली और कटरा के बीच दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत करने में अहम भूमिका निभाई। 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार वाली इन दो तीव्र गति रेलगाड़ियों की शुरुआत के साथ ही भारत में पहली बार तीव्र गति यात्रा के एक नए युग की शुरुआत हुई। रेलवे बोर्ड में निदेशक,यांत्रिक इंजीनियर/फ्रेट के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान शुरू किए गए हाई एक्सल लोड और हाई स्पीड वैगन डिजाइनों का उपयोग करते हुए भारतीय रेल द्वारा प्रारंभ और सफलतापूर्वक निष्पादित किए गए मिशन 800 एमटी से वे निकटता से जुड़े थे। उन्होंने 2002-2003 में सरकार द्वारा आपदा प्रबंधन पर एक उच्च स्तरीय समिति जिसे भारतीय रेल की आपदा प्रबंधन क्षमता को मजबूत करने के लिए गठित किया गया था, की कार्य योजना तैयार करने में सहायता प्रदान की जिसे सफलतापूर्वक लागू किया गया है।
उन्हें विश्व की अन्य रेल प्रणालियों के विकास का व्यापक अनुभव है, जैसे - जर्मनी डीबी रेलवे, एसएनसीएफ फ्रेंच रेलवे, इतालवी रेलवे और यूएस रेल रोड। उन्हें बोकोनी बिजनेस स्कूल, इटली और कार्नेज मेलन यूनिवर्सिटी, यूएसए के टेपर बिजनेस स्कूल में वरिष्ठ प्रबंधन नेतृत्व कार्यक्रमों के लिए भी प्रतिनियुक्त किया गया था।
पूर्व रेलवे में महाप्रबंधक के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान पूर्व रेलवे ने विविध क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन किया है,जैसे 2021-22 के दौरान अब तक का सर्वाधिक माल लदान दर्ज किया गया जो कि 67.9 मीट्रिक टन है जो पिछले वर्ष की तुलना में 8.3 मीट्रिक टन अधिक है। माल ढुलाई के क्षेत्र में पूर्व रेलवे ने फरवरी, 2022 में ही पिछले वर्ष (2020-21) की माल ढुलाई की रिकार्ड को पार कर लिया है। 2021-22 के दौरान पूर्व रेलवे का लक्ष्य 75 एमटी हासिल करना है।