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मुख्‍य बातें

विद्युत विभाग की उपलब्धियां:-

 

यात्री सुविधा :-

 

I.विद्युत विभाग की उपलब्धियां:-

मेट्रो रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर पिछले वर्ष (2019-20) में बीस (20) एस्केलेटर स्थापित किए गए हैं, जिनमें से सोलह (16) पुराने एस्केलेटर के प्रतिस्थापन हैं और चार (4) अतिरिक्त हैं, एस्प्लेनेड में 3 और श्यामबाजार में 1 अदद।

 

ii. विभिन्न स्टेशनों पर सात (7) और अधिक एस्केलेटर उपलब्ध कराए जाएंगे(आदेश दिया गया) और दस (10) का ऑर्डर अंतिम चरण में है।

 

इन एस्केलेटर में तीन (3) एस्प्लेनेड, सेंट्रल और महात्मा गांधी रोड पर अतिरिक्त होंगे, अन्य मौजूदा पुराने एस्केलेटर के बदले लगाए जाएंगे।

iii. तीन (3) मेट्रो स्टेशनों (कालीघाट, रवींद्र सरोबर और चांदनी चौक) पर पुराने एयर कंडीशनिंग संयंत्रों को बदल दिया गया है।

iv. सभी मेट्रो स्टेशनों पर कोल्ड प्यूरीफाइड पेयजल बूथ की व्यवस्था की गई है.

 

पर्यावरण प्रबंधन/ऊर्जा दक्षता उपाय:-

 

पारंपरिक ऊर्जा की खपत को कम करने के लिए मेट्रो रेलवे कोलकाता में विभिन्न ऊर्जा दक्षता उपाय किए जा रहे हैं जो बदले में हमारे पर्यावरण को बेहतर बनाने में योगदान देता है और साथ ही बिजली बिलों में खर्च को कम करने में हमारी मदद करता है जैसे: -

 

I. वीवीवीएफ ड्राइव का प्रावधान:-

 

इस पहल के परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण कुल 81 बड़ी क्षमता (55 से 110 किलोवाट तक) में 15.67 किलोमीटर लंबी सुरंग खंड के वेंटिलेशन के लिए मेट्रो रेलवे कोलकाता में वेंटिलेशन फैन मोटर्स स्थापित किए गए हैं। इन मोटरों की ऊर्जा दक्षता में सुधार करने के लिए, पारंपरिक स्टार्टर्स को वीवीवीएफ ड्राइव के साथ बदलने की योजना बनाई गई है जो आवश्यकता के अनुसार मोटर गति को नियंत्रित करने की सुविधा प्रदान करेगी। 11 वीवीवीएफ ड्राइव पहले ही चालू की जा चुकी हैं।

 

इन 11 ड्राइवों से 14.63 लाख किलोवाट घंटाऊर्जा और 102.41 लाख रुपये प्रति वर्ष (लगभग) की बचत होगी।

 

ii. एलईडी टी8/टी5 एलईडी ट्यूबलाइट का प्रावधान:-

 

लगभग 26000 T8 मौजूदा ट्यूब लाइट (36 वाट) को पहले ही T8/T5 एलईडी ट्यूब लाइट (19/15 वाट) से बदल दिया गया है। इस पहल के परिणामस्वरूप 26000 एलईडी ट्यूबलाइट के लिए प्रति वर्ष 30.71 लाख kWh ऊर्जा और 214.97 लाख रुपये (लगभग) की बचत हुई है।

 

iii. ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों का विकास, उत्पादन एवं उपयोग :-

 

मेट्रो रेलवे, कोलकाता ने MUK/TSS बिल्डिंग (क्षमता 400kWp), KVS/TSS बिल्डिंग (50kWp), NOA/RSS बिल्डिंग (50kWp) और TSM हॉस्पिटल बिल्डिंग (13.5kWp) में रूफटॉप सोलर प्लांट लगाकर वर्ष 2016 और 2017 में 543.5kWp तकसौर उत्पादन की क्षमता को बढ़ाया है। । इन संयंत्रों ने 2018-19 और 2019-20 के दौरान औसतन 593464. kWh ऊर्जा उत्पन्न की है। वर्ष 2014-15 में नोआपाड़ा कैंटीन में एक 300 लीटर / दिन की क्षमता वाला सोलर वॉटर हीटर पहले ही चालू किया जा चुका है और वर्ष 2016-17 में तपन सिन्हा मेमोरियल अस्पताल में एक 1000 लीटर / दिन क्षमता का सोलर वॉटर हीटर चालू किया गया है।

 

iv. दिनांक 27/08/2021 को, मेट्रो रेलवे, कोलकाता के पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर के सेंट्रल पार्क डिपो में 1.24 मेगावाट सौर ऊर्जा (रूफ टॉप) चालू की गई है।




Source : मेट्रो रेलवे कोलकता / भारतीय रेल का पोर्टल CMS Team Last Reviewed : 22-04-2022  


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